Principal Message

We have started our glorious.

| | सा विद्या या विमुक्तये | |

संदेश
शिक्षा और समाज का परस्पर गहरा सम्बन्ध हैं ! शिक्षा समाज की रक्षक भी हैं और उसमें आवश्यक परिवर्तन का औजार भी यह ऐसे विचारों को जन्म देती हैं जिसे हम अनुभव से तौलते हुए सामाजिक व् सांस्कृतिक परिवर्तन को अंजाम देते हैं, तो दूसरी ओर धरोहर के रूप में संजोते हुए ज्ञानराशि को अगली पीढ़ी को हस्तांतरित भी करते हैं ! यही नहीं शिक्षा धर्म की वास्तविक स्थिति का आंकलन कर उसमें निहित विचारो एवं गुणदोषों का आलोचनात्मक परिक्षण करती हैं, सौहार्द्र और सहिष्णुता की भावना का विकास करती हैं ! ऐसी स्थिति में हमें शिक्षा के महत्व को समझते हुए उत्तम और सर्वजन सुलभ शिक्षा की व्यवस्था करनी ही होगी ! यह हम सभी का दायित्व हैं ! मैं समस्त विद्यालय परिवार का आहवान करता हूँ कि आइये ! हम सभी मिलकर इस दिशा में समर्पित भाव से अग्रसर हों ! यह हमारा कर्तव्य भी हैं और इसी में हमारी सार्थकता हैं, साथ ही मैं विद्यालय के समस्त पुष्प के समान विकासशील छात्र और छात्राओं को भी आशिर्वाद रूपी जल से अभिसिंचित करते हुए उन्हें तन-मन से प्रतिबद्ध करना चाहूंगा कि-

लक्ष्य न ओझल होने पाये, कदम मिलाकर चले | सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी, आज नहीं तो कल | |

श्री संदीप कुमार यादव
प्रधानाचार्य